कॄष्णा यादव/ तमकुही राज। तरया सुजान थाना क्षेत्र के बिरवट कोन्वलिया निवासी आशीष सिंह पुत्र बृजकिशोर सिंह के शव को ग्रामीणों ने करीब 72 घंटे बाद नदी की धारा से ढूंढ निकाला जबकि एनडीआरएफ की टीम दो दिनों से लगातार नदी में खोज रही थी जिसको असफलता हाथ लगी। होली के दिन आशीष सिंह शुक्रवार को दोस्तों के साथ होली खेलने के बाद नारायणी नदी में स्नान करने गए थे इसी बीच आशीष नदी की गहराई में पहुंच गए तथा नदी में डूब गए गांव के लोगों को सूचना मिली ग्रामीण नदी पर इकट्ठा हो गए ग्रामीणों के द्वारा तरया सुजान पुलिस को सूचना दी गई तत्काल पुलिस मौके पर पहुंचकर शनिवार के पूरे दिन एनडीआरएफ की टीम की मदद से हर संभव जगह पर शव को खोजने की कार्रवाई शुरू की गई कहीं से कोई सफलता न मिलाना देख टीम वापस लौट गई इस दौरान माननीय लोग भी मौके पर पहुंचकर खोजबीन गतिविधियों का जायजा लिया। तथा स्वयं बोट की सवारी कर नदी की धारा में खोजने का प्रयास किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
यह भी पढ़ें: क्षत्रिय समाज ने अखिलेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता मे किया भव्य होली मिलन समारोह
बीरवट कोन्हवलिया के लोग प्राय नव से नदी पार करके खेती के लिए जाते हैं जो नाव चलाने में परिपक्व है ऐसे ग्रामीण हार नहीं मानते हुए ग्रामीण ललित सिंह ने अपने साथ दो नाव के साथ ग्रामीण हरेंद्र निषाद वशिष्ठ सिंह अमरेंद्र कुमार अमन कुमार अजय यादव ओम प्रकाश सिंह वीरेश सिंह आदि को लेकर रविवार के सुबह एक बार युवक की खोज दिन में निकल गए करीब 1:30 बजे बाघाचौर के समीप नाव के पटवार में युवक का शव फस गया था। ग्रामीण नागरिकों ने शव को देखा तथा नदी की धारा से शव को नाव में लाद कर नदी से बाहर ले आए जिसको देखकर ग्रामीणों के रोने चिल्लाने की आवाज तेज हो गई सब की आंखें नम हृदय में पीड़ा के मंजर में तरया सुजान पुलिस शव को कब्जे में लेकर अन्नतेय परीक्षण के लिए भेज कर आवश्यक कार्रवाई में जुटी हुई है।