Garun News-कृष्णा यादव तमकुही राज /कुशीनगर। चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि को रामनवमी की पूजा सनातन धर्म को मानने वाले लोगों में बड़े ही उत्साह पूर्वक मनायी जाती है। पूजा को लेकर लोगों में भ्रांतियां फैली हैं 5 और 6 अप्रैल को रामनवमी पूजा मनाने की तैयारी में लोग जुटे हुए हैं जबकि पंचांग के अनुसार इस वर्ष 5 अप्रैल को रामनवमी तिथि रात 7.25 मिनट पर आरंभ हो रही है साथ ही इसका अंत 6 अप्रैल 2025 को रात 7.21 मिनट पर होगा।
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इसके बाद महानवमी तिथि 6 अप्रैल को शाम 7.22 बजे शुरू होगी और समाप्त होगी इसलिए महा अष्टमी 5 अप्रैल को मनाई जाएगी जबकि रामनवमी 6 अप्रैल को मनाई जाएगी। 9 दिन व्रत रखने वाले माता के भक्त कन्या पूजन कर छोटी-छोटी कन्याओं को भोजन कराते है। रामनवमी के दिन कन्या पूजन के लिए अभिजीत मुहूर्त सबसे अच्छा समय है। ऐसे में सुबह 11.59 मिनट से दोपहर 12.50 मिनट तक कन्या पूजन किया जाएगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार 5 अप्रैल को मध्य रात में नीष पूजा होगी तथा रामनवमी का मुहूर्त 6 अप्रैल को रहेगा।
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