जिलाधिकारी कुशीनगर से प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ के वार्ता🏀 का स्वागत परंतु आरोपी का होना मुद्दा पर आंदोलनकारी ने उठाया गंभीर सवाल
न्याय की मांग करते-करते पैरों में पड़े छाले फिर भी हौसला बुलंद आमरण अनशन की घोषणा
Garun News- कृष्णा यादव तमकुहीराज /कुशीनगर। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 22 मई को घटी घटना मैं सुप्रिया पटेल की मौत के संदर्भ में न्याय की मांग को लेकर छठवें दिन धरना प्रदर्शन अनवर चल रहा है इस धर्म प्रदर्शन के संबंध में सोशल मीडिया पर तरह-तरह के आरोप प्रत्यारोप जारी है परंतु धरना में शामिल लोगों का हौसला बुलंद है की डॉक्टर के द्वारा इलाज के दौरान बरती गई लापरवाही ही मौत का कारण है इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए इस संबंध में प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ के डॉक्टरों द्वारा भी अपनी बात जिलाधिकारी कुशीनगर के समक्ष रखी गई है साथी पूर्व विधायक अजय कुमार लालू के नेतृत्व में परिवार के लोगों ने जिलाधिकारी से अपनी पीड़ा भी व्यक्त की है दोनों पक्ष जिलाधिकारी के ऊपर अपना विश्वास जताया है उम्मीद है कि निश्चित ही न्याय मिलेगा 7 में को सुप्रिया पटेल का ब्रह्म भोज कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग उपस्थित होकर चित्र पर माल्यार्पण करके सरदार सुमन अर्पित किया तथा सभी लोगों ने एक स्वर से जिलाधिकारी से न्याय की मांग की इस संबंध में आंदोलनकारी अमित सिंह ने नंगे पर चलते हुए पूरन लिया है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा वह चप्पल नहीं पहना के उनके पैरों में फफोला पड़ गया है तेज गर्मी उमस के बावजूद भी उनका हौसला बुलंद है
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अपने साथियों के साथ सुप्रिया पटेल के परिवार के लोगों को न्याय दिलाने के लिए सातवें दिन भी आंदोलन रखें उनका कहना है कि आरोपी डॉक्टर भी प्रांतीय चिकित्सा का संकेत पदाधिकारी के साथ जिलाधिकारी से मिलकर अपनी बात को रखा है परंतु कहना है कि अधीक्षक के लापरवाही के कारण महिला डॉक्टर द्वारा बच्चा परदेसी के समय सुप्रिया से छेड़छाड़ किया गया बच्चा पैदा हो रहा था तभी हाथ पकड़ कर बच्चों को बाहर खींचा गया भारी परसों पीड़ा होने के कारण सुप्रिया की मौत हुई है इस सवाल बहुत ही जगन्य है एक मां की जान चली गई बच्चों का लालन पोषण आप और परिवार के लोग कर रहे हैं ऐसी स्थिति में जिलाधिकारी महोदय के द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जाने के कारण 7 में से आंदोलनकारी ने सुप्रिया के ब्रह्म भोज के बाद आवरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया है पूरी जनपद में इस घटना को लेकर हलचल मचा हुआ है
अस्पतालों में कार्यालय डॉक्टर नर्स महिला डॉक्टर अपनी जिम्मेदारियां का निर्वाह ठीक से नहीं कर रहे हैं जिससे आए दिन प्रसून पीड़ा के दौरान मौत सामने आई है प्राइवेट चिकित्सालय में भी किया सिलसिला जारी है जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा इस क्षेत्र में कठोर कदम नहीं उठाई जाने के कारण आए दिन गरीब लोगों के परिवार की माता एवं बहनों का प्रसव पीड़ा के समय मौत का सामना करना पड़ा है किसके लिए जिला चिकित्सा अधिकारी महोदय भी जिम्मेदार हैं तमकुही राज की घटना को संज्ञान में लेते हुए अब तक इसका निराकरण कर देना चाहिए शासन को रिपोर्ट भेज कर कार्रवाई करनी चाहिए परंतु यह रिपोर्ट शासन को भी नहीं भेजा गया और जिले के अंदर ही दबा करके रखा गया है जिससे शासन भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है अमित सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय से इस घटना को संज्ञान में लेते हुए इसके न्यायिक जांच कर कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
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