5 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी महाराज गुहराज निषाद राज जयंती

5 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी महाराज गुहराज निषाद राज जयंती

तमकुही राज स्थित गाजीपुर ग्राम सभा में निषाद राज जयंती मनाने की तैयारी पूरी तहसील क्षेत्र के जूटेगे निषाद समाज के लोग- गोरख निषाद

Garun News-कृष्णा यादव तमकुही राज /कुशीनगर। महाराजा गुहराज निषाद की जयंती कुशीनगर जनपद के सेवरही ब्लॉक स्थित गाजीपुर ग्राम सभा में बड़ी धूमधाम के साथ 5 अप्रैल 2025 को निषाद समाज के द्वारा मनाई जाएगी इस आयोजन की पूरी तैयारी को लेकर समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ट उत्तर प्रदेश सचिवगोरख निषाद अपने गृह गांव में इस आयोजन की भव्य तैयारी में जुटे हुए हैं गुह निषाद की जयंती में भारी संख्या में निषाद समाज के लोग उपस्थित होंगे इसके लिए गांव-गांव लोगों को न्योता पटाया गया है। तैयारी बड़ी ही जोर जोर से शुरू है। इसमें निषाद समाज के प्रदेश स्तर के नेता भी भाग ले रहे हैं युक्त जानकारी गोरख निषाद ने प्रेस को दी है।
निषाद संस्कृति की जडे भारतीय उपमहाद्वीप के विस्तृत क्षेत्र में फैली हुई थी जिसमें निषाद का विस्तार हिमालय पर्वतमाला से लेकर राजस्थान और पंजाब तक था निषाद पर्वतों और निषाद भूमि का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है ।

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निषाद राज रामायण में वर्णित ऋग्वेरपुर के राजा थै। वह निषाद समाज के थे उन्होंने वनवास के दौरान राम सीता और लक्ष्मण को गंगा पार करवाया था। निषाद राज का नाम गुह था, वे और राम आज भी ऋग्वेरपुर में मौजूद है। गुहराज, राम के बाल सखा थे वे निषाद राज व राम ने एक ही गुरुकुल में रहकर शिक्षा प्राप्त की थी।आदिवासी समाज आज भी उनकी पूजा करते हैं। ऋग्वेरपुर की राजधानी प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में थी जहां के राजा थे। महाराज गुहराज निषाद जयंती मनाने का मुख्य उद्देश्य निषाद समाज के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाना है साथ ही उनकी राम भक्त और समर्पण को याद करना है जो हमें निस्वार्थ भाव से प्रभु सेवा में स्वयं को अर्पित करने की प्रेरणा देता है।

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