नगर पंचायत तमकुही वार्ड नंबर 2 समउर मार्ग पर घरों के ऊपर से लगाए गए पोलों पर होगी विद्युत प्रवाहित गृह स्वामियों में बढी़ बेचैनी
सड़क निर्माण में अभिग्रहण के दौर पैमाइश में व्यापक धांधली सड़क से ली गई दूरी के बाद लगाए गए हैं विद्युत पोल, बढ़ाई गई दूरी का नहीं मिल रहा मुआवजा
बिना पैमाइश के ही सड़क निर्माण कार्य शुरू प्रभावित हर किसान परेशान कोई नहीं सुन रहा उनकी आवाज तहसील से जिला कार्यालय तक लगा रहे हैं चक्कर
अमिटरेखा- कृष्णा यादव तमकुही राज /कुशीनगर। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे एन एच 727बी सड़क निर्माण कार्य के दौरान अधिग्रहित की गई भूमि के साथ संबंधित किसानों का आवश्यक प्रपत्र तहसील तमकुही राज के द्वारा जमा कराया गया किसानों को मुआजी की धनराशि भी दी जा रही है इसी बीच में अधिग्रहित भूमि के बाद सड़क निर्माण में कार्यरत कुछ अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा सड़क के बिना सीमांकन की प्रक्रिया शुरू किए हुए जगह-जगह पिलर गाड़े गए जो अधिग्रहित भूमि की दूरी के पश्चात अधिक दूरी पर लगाए गए हैं। इस भूमि की ना पैमाइश हुई और नहीं अभिग्रहित के समय फोटोग्राफ लिया गया है नहीं इन भूमियों का मुआवजा ही बना है। संबंधित कर्मचारीयों से पूछे जाने पर उन्होंने बताया की फोर लेन सड़क निर्माण के लिए ही पैमाइश की गई है जबकि सिक्स लेन की दूरी मानकर विद्युत पोल लगाया जा रहा है जो अधिकांश घरों के ऊपर से गुजर रहा है जिसमें 11000 बोल्ट के विद्युत प्रवाहित होंगे जिससे जनहित को खतरा है। संबंधित प्रभावित लोगों द्वारा बताया गया कि पहले की पैमाइश तथा बाद में लगाए गए विद्युत पोल के बीच में जो घर पड़े हैं
उसका अब तक सड़क प्राधिकरण के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है और नहीं उनका मुआवजा ही बना है ऐसे काश्तकार काफी हताश और परेशान हैं अपनी दुखड़ा को लेकर तहसील तथा जिला कार्यालय का चक्कर लगा लगाकर के थक गए हैं। सड़क में अधिग्रहित भूमि कितना ली गई है इसकी पैमाइश ना तहसील कार्यालय के द्वारा कराई गई ना ही सड़क प्राधिकरण के द्वारा ,बिना पैमाइश के ही सड़क निर्माण कार्य शुरू करते हुए मिट्टी की खुदाई एवं सड़क की भराई का निर्माण कार्य शुरू हुआ है। प्राप्त मुआवजा की धनराशि सर्किल रेट से कम है जिसको लेकर किसान परेशान है। इन ज्वलंत मुद्दों के तरफ उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए सड़क निर्माण कार्य में बर्ती जा रही घोर लापरवाही के प्रति सुधार करते हुए पैमाइश के बाद लगाई गई विद्युत पोल के बीच की जमीनों की मुआवजा की धनराशि दिलाने की मांग की है। किसानों का आरोप है कि पेपर गजट में जितनी रकवा अभिकृति की गई है उससे ज्यादा भूमि पर विद्युत पोल लगाए जा रहे हैं जिससे किसानों को आर्थिक क्षति हो रही है। किसानों ने अपर जिलाधिकारी न्यायिक कुशीनगर से आग्रह पूर्ण निवेदन करते हुए इस समस्या के निदान के लिए आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।