महाशिवरात्रि के दिन शिव मंदिर तमकुही राज में हिंदू मुस्लिम एकता का मिसाल चर्चा का विषय बना

महाशिवरात्रि के दिन शिव मंदिर तमकुही राज में हिंदू मुस्लिम एकता का मिसाल चर्चा का विषय बना

महाशिवरात्रि के अवसर पर तहसील क्षेत्र के शिवालयों में शिव भक्तों ने जलभिषेक कर उत्साह से पर्व मनाया वही तमकुही राज में मुस्लिम भाइयों ने शिव भक्तों को माला पहनाकर हिंदू मुस्लिम एकता का मिसाल काम किया

Garun News-कृष्णा यादव तमकुहीराज/ कुशीनगर। कुशीनगर जनपद सहित तमकुही राज तहसील क्षेत्र की विभिन्न शिव मंदिरों पर सुबह 5 बजे भोर से ही शिव भक्तों का ताता लगा रहा भीड़ को सुरक्षित करते हुए विभिन्न शिवालयों पर पुलिस प्रशासन का पहरा रहा। कतार बध्य होकर महिला पुरुष शिव भक्त भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग पर जलभिषेक किया। बांसी नदी के शिवाघाट पर स्थित बाबा भोलेनाथ के मंदिर में भक्तों की भीड़ बांसी नदी से जल भरकर शिवलिंग पर चढा कर जलभिषेक कर इस पर्व को बड़े उत्साहपूर्वक बनाया। शिवसरया प्राचीन शिव मंदिर पर आस्था का जन सैलाब उमडा जहां पर भारी तादाद में शिव भक्तों ने जलभिषेक कर महाशिवरात्रि पर्व को उपवास रखकर के मनाया। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार वर्ष 1957 में राजा फतेह बहादुर शाही तमकुही रियासत के समय अंग्रेजों का यहां पर हुकूमत हुआ करता था अंग्रेजों के यहां भी न्यायालय चलते थे बताया जाता हैं कि एक मुस्लिम परिवार के विरुद्ध अंग्रेजों की अदालत ने फांसी की सजा सुना दी थी मुस्लिम परिवार का मुखिया भाग करके शिव सरया के उस प्राचीन जंगल में छुपा था पहले के लोग भूखे रहते हुए कंद मूल खाकर पेट भरते थे

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उस मुस्लिम मुखिया को भूख लगी थी वह जमीन खोदकर कुछ कंदमूल खोज रहा था उस समय उसके हाथ में एक कठोर चोट लगी तथा आकाशवाणी के तहत आवाज आई कि मैं शिव हूं मेरी पूजा करो तो उसने कहा कि मैं खुद एक बला से घिरा हुआ हूं और मेरी फांसी होनी है तब आवाज आई की तुम यहां मंदिर बनवाओ सारी मुसीबतें तुम्हारी दूर हो जाएंगी उसके बाद मुस्लिम परिवार का मुखिया तमकुही राजा साहब के दरबार में आकर इस बात को बताया लोग बताते हैं कि राजा साहब ने हाथी और अपने लश्कारों को भेज कर उस जमीन कोखुदवाना शुरू किया तो उसमें से आवाज आ रही थी और उसे शिवलिंग को निकालने का प्रयास किया लेकिन हाथियों के जोर लगाने के बाद भी शिवलिंग टस से मस नहीं हुआ मजबूर होकर राजा साहब ने शिवलिंग जहां पर स्थापित है उसी स्थान पर मंदिर बनवाने का कार्य किया और मुस्लिम परिवार के सहयोग से शिवसरया का मंदिर बना और आज वहां भव्य दिव्य रूप में शिव भक्तों द्वारा जलभिषेक किया गया।
तमकुही राज में राजा साहब के द्वारा स्थापित प्राचीन शिव मंदिर में शादी विवाह पूजा पाठ सांस्कृतिक आयोजन रामायण पाठ इत्यादि कार्यक्रम होते चले आए हैं महाशिवरात्रि के दिन क्षेत्र के हजारों शिव भक्त महिलाएं एवं पुरुष यहां जलभिषेक करने आते हैं बुधवार के दिन संजोग बना है कि महाकुंभ में यह शिवरात्रि का पर्व पड़ा है बड़ा उत्साह से लोगों द्वारा पूजा पाठ तथा ब्राह्मण को दही चूड़ा भोजन कराया गया इस अवसर पर तमकुही राज जमा मस्जिद के प्रबंधक सहित मुस्लिम समुदाय के अगुआ लोगों के द्वारा समरसता का मिसाल

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