तमकुही राज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र चखनीखास मे स्थापित आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर दो साल बाद भी यहां नहीं होता ईलाज टीकाकरण।

तमकुही राज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र चखनीखास मे स्थापित आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर दो साल बाद भी यहां नहीं होता ईलाज टीकाकरण।

क्षेत्र के अराजक तत्वों (गजेडियों भंगेड़ियों और लम्पट जुआड़ीयो) का जमावड़ा अपराधियों का शर्णस्थली बना ।

दो वर्ष पूर्व बना आज जीर्ण-शीर्ण हो गया आरोग्यं मंदिर, निर्जन स्थान में बना है उक्त भवन ।
कृष्णा यादव /तमकुही राज, कुशीनगर
तमकुही राज ब्लॉक के अंतर्गत एक एक ग्राम सभा में बना आयुष्मान आरोग्य मंदिर वर्तमान समय में अराजक तत्वों का अड्डा बन गया है आरोग्य मंदिर के बने 2 साल हो गया लेकिन अभी तक यहां इलाज शुरू नहीं हो पाया ,मामला ग्राम पंचायत चखनीखास में बने आयुष्मान आरोग्य मंदिर का है जिस पर संस्कृत में लिखा है एक श्लोगन, आरोग्यं परमं धरम् , इस परियोजना को गांव से एक किमी से अधिक निर्जन स्थान पर बनाया गया है। वहां के ग्रामीणों का कहना है की हमारे ग्राम सभा में आयुष्मान आरोग्य मंदिर निर्जन स्थान और उसमें भी श्मशान के पास बना हुआ है , उनका यह भी कहना है ,मानक और नियमों के विरुद्ध बना है । ऐसे में सवाल यह है कि इसका जिम्मेदार कौन है? क्या यह सब चीज उस समय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आंखों में धूल झोंक कर किया गया है? या प्रस्ताव करने वाले अधिकारी या फिर संबंधित ठेकेदार द्वारा मानक विहीन सामग्रियों का उपयोग कर भवन का निर्माण कराया गया है तथा पेमेंट ओरीजनल सामग्रियों के दाम पर कर लिया गया है दोष किसका है यह तो जांच का विषय है ?

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पर इसके निर्माण हुए दो बर्ष से उपर हो गये । आज तक इसका उद्घाटन तो दूर एक मरीज तक नहीं देखा गया ।और नहीं यहां पर तैनात महिला कर्मचारी एक दिन भी प्रवास ( रात्रि विश्राम) नहीं किया आज इसके दरवाजे शौचालय सब नष्ट हो गया है । स्थिति बद से बद्तर है । इस संबंध में ग्राम पंचायत चखनी खास के पूर्व ग्राम प्रधान श्री गोविंद मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इसके निर्माण के पेंटिंग के बाद भी संबंधित को डा अमित कुमार राय हस्तगत नहीं किए ऐसा उन्होंने ने मुझसे स्विकार किया है, वह अपने अधिकार का मनाते हैआज यह स्वास्थ्य विभाग की प्रापर्टी अभिलेखीय रुप से नहीं है । यह स्थान ऐसे जगह है जहां रात में छोड़िए दिन में भी रुकना आसान नहीं इसलिए औरतों का रहना तो कतई सुरक्षित नहीं है । स्थान चयन की ग़लती किसने की ? किसने सरकार का लाखों रुपए बर्बाद किया ? उद्घाटन यदि किसी की रुतबे शोहरत की बात है तो इसको संचालित कराने की जिम्मेदारी किसकी है ..? यह एक यक्ष प्रश्न है । सूत्रों की माने तो ग्रामीणों का कहना है कि हमें कभी-कभी महशुस होता है कि हमारे ग्राम पंचायत चखनीखास को तमकुहीराज विधानसभा के नक्शे से हटा दिया गया है गांव के लोगों दरिद्र है तो उनको हक हुकूक से वंचित कर देंगे..? , ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए कहा है कि यदि किसी जन्म प्रतिनिधि को क्षमता हो तो इस भवन के धन की रिकवरी करायें या उपयोगी स्थान पर नव निर्माण कराए । कुछ ग्रामीणों ने यह भी कहा है कि इन जनप्रतिनिधियों को को अपने लोग आज दिख रहे हैं, लेकिन वोट आने पर दरिद्र ही काम आया था ।

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