पंजीकृत व गैर पंजीकृत जगह-जगह सड़कों , चट्टी चौराहों पर बेच रहे हैं नशीला पदार्थ ताड़ी
ताड़ी की नशा जब चढ़ती है तो जिस तरह हाथी बौराती है उस तरह आदमी भी बौरा कर ऊल -जलूल हरकतें करने में विवादों को देता है जन्म ताड़ी एक नशीला पदार्थ है
Garun News-कृष्णा यादव तमकुही राज/ कुशीनगर। जनपद में आबकारी विभाग के द्वारा ताड़ी बेचने और ताड़ी निकालने के लिए जगह-जगह लाइसेंस देकर ठिका दिया गया है सड़कों के किनारे ठेकेदार बोर्ड लगाकर ताड़ी बेचने का कार्य करते आ रहे हैं। ताड़ी निकालने वाले मजदूर प्रायः बिहार प्रांत से आते हैं तथा मजदूरी पर ताड़ी निकालने का कार्य ऊंचे ताड़ के पेड़ों पर चढ़कर जान जोखिम में डालकर नशीला पदार्थ ताड़ी निकालकर पेड़ के नीचे रखते हैं जहां से आबकारी विभाग के अनुसार भरैता साड़ी दुकान तक पहुंचाने का कार्य करता है जिस पेड़ पर ताड़ी के लिए लबनी चढ़ाई जाती है उसे पेड़ों पर आबकारी विभाग का नंबर आबकारी सिपाही लगता है जिसका राजस्व ट्रेजरी के द्वारा आबकारी विभाग को स्टेट बैंक के माध्यम से भेजा जाता है जिससे राजस्व विभाग की आय होती है। ताड़ी बचने के लिए नित्य दुकान पर ही ताडी़ बेचने का आदेश है परंतु आबकारी विभाग की उदासीनता के कारण जगह-जगह छान करके नशीला पदार्थ बेचने का कार्य खूब चल रहा है।
यह भी पढ़ें: पी डब्लू डी सड़क निर्माण कार्य मानक के विपरीत ग्रामीणों का प्रदर्शन एवं गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराए जाने की मांग
सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि बिना राजस्व जमा किए ही कटकेनिया ठेकेदार बिना पेड़ों पर नंबर लगे आबकारी विभाग को चूना लगाते हुए ताड़ी निकालने और बेचने का कार्य पेड़ों से कर रहे हैं जिससे राजस्व विभाग की भारी क्षति हो रही है वही आबकारी विभाग की जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं और उनके अधिकार क्षेत्र में यह गोरक्ष धंधा खूब फल फूल रहा है। सूत्रों का मानना है कि आबकारी विभाग के द्वारा ताड़ी ढोने वाले तथा ताड़ी चुआने वाले व ढोने वाले का पास आबकारी विभाग द्वारा जारी होता है परंतु जांचों प्रांत किसी गछवाह तथा भरैता ने अपना पास नहीं दिखाई जिससे स्पष्ट होता है कि आबकारी विभाग की लापरवाही के कारण किसी को पास जारी नहीं किया गया है तथा मनमानी ढंग से नशीला पदार्थ ताड़ी बेचने का कारोबार जगह-जगह धडले से जारी है। बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में तमकुही राज तहसील क्षेत्र के इर्द-गिर्द ताड़ी का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है इस नशीला पदार्थ को पी करके ज्यादा तर युवावर्ग प्रभावित हो रहा है साथ ही ताड़ी छेने वाले गछवाहो का आबकारी विभाग में कोई इंश्योरेंस नहीं है अगर वह गिरकर जान दे देता है तो इसकी जिम्मेदारी की जवाब देही किसकी होगी इन बिंदुओं पर उच्च अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करते हुए गैर कानूनी ढंग से बेची जा रहा है अवैध नशीले पदार्थ को रोकने की कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की गई है।
यह भी पढ़ें: फरियादियों को तहसील दिवस पर अपनी समस्या को कहने से रोके जाने की शिकायत पहली बार