garun news : ओमप्रकाश भास्कर,छितौनी/कुशीनगर। जनपद के खड्डा ब्लॉक के ग्राम पंचायत नौतार जंगल में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी के खाते से रुपये गबन के मामले में ग्राम प्रधान पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। जांच के बाद गांव के सचिव की तहरीर पर हनुमानगंज पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई में जुटी है। आरोपियों से रुपये भी वापस करा लिया गया है।
नौतार जंगल गांव निवासी अर्चना देवी पत्नी खेदारु को 2022 -23 में प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी के रूप में चयन हुआ था। उनके बैंक खाते की जगह ग्राम प्रधान अंगद यादव ने अपनी भाभी का बैंक ऑफ बड़ौदा का खाता चढ़वा दिया। यही नहीं उन्होंने खुद अपने घर का जीओ टैग करा भाभी के खाते में सचिव से मिलीभगत कर प्रथम किस्त भिजवा दी। इसके बाद दिए गए बैंक खाते में ही द्वितीय व तृतीय किस्त भी जारी हो गई। लेकिन इसकी किसी को जानकारी नहीं मिली। उधर पीड़ित पीएम आवास लाभार्थी आवास के लिए ग्राम पंचायत सचिव के दफ्तर और ग्राम प्रधान के घर चक्कर लगती रही। लेकिन न ही आवास मिला और न ही सही जानकारी। पीएम आवास की लाभार्थी पीड़ित महिला की सर पर छत मिलने की आस में मौत हो गई। लाभार्थी महिला के परिजनों ने इस वर्ष दोबारा आवास के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। तब उन्हें प्रधान के द्वारा की गयी हेरा फेरी की जानकारी हुई।
इसके बाद पत्नी की मृत्युपरान्त पीएम आवास लाभार्थी खेदारु ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी एवं विभागीय अधिकारियों को कर पीएम आवास योजना के नाम पर हेरा फेरी का आरोप ग्राम प्रधान पर लगाते हुए ग्राम प्रधान और उनके सगे संबंधियों पर खाते में पीएम आवास योजना का पैसा भेजने की शिकायत की।
शिकायत पर बीडीओ खड्डा विनीत यादव के द्वारा की गयी जांच में आरोप सही पायी गई। इस बाबत बीडीओ विनीत यादव के निर्देश पर सचिव रामप्रकाश शर्मा ने हनुमानगंज थाने में ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तहरीर दी। उक्त प्रकरण में सचिव की तहरीर पर ग्राम प्रधान के खिलाफ केस दर्ज कराया गया तो वही लापरवाही पाए जाने पर बीडीओ विनीत यादव ने आवास लिपिक रामकृपाल से आवास योजना के प्रभार से हटाकर कार्यालय से संबंध कर दिया है। इसके अलावा सचिव रामप्रकाश शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
एसओ हनुमानगंज मनीष पांडेय ने बताया कि सचिव की तहरीर पर आरोपी प्रधान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
सचिव रामप्रकाश शर्मा ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि अर्चना देवी को 2022-23 को प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास प्राप्त हुआ था। उसकी प्रथम किश्त उनकी नियुक्ति से पूर्व 40 हजार रुपये जारी की गई थी। पद ग्रहण करने के बाद ग्राम प्रधान अंगद यादव ने उन्हें भ्रमित कर लाभार्थी के बजाय किसी अन्य व्यक्ति का निर्माण भवन आवास पूर्ण हो जाने के बाद द्वितीय व तृतीय जिओ टैग करा पैसा ट्रांसफर करा लिया।
बीडीओ के खंड विकास कार्यालय में छापेमारी के दौरान आवास की पत्रावलियों की जांच में आवास संबंधित फाइलों में गड़बड़ी दिखी।बीडीओ ने बताया कि जांच की जा रही हैं कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा कई और आवास लाभार्थियों के फाइलों में त्रुटियां मिली है जिसकी विस्तृत जांच की जा रही है।
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